मंगलवार, जुलाई 1, 2025
होमSocietyमहा कुंभ: एकता और सद्भाव का प्रतीक, प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

महा कुंभ: एकता और सद्भाव का प्रतीक, प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

KKN गुरुग्राम डेस्क |   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रयागराज में चल रहे महा कुंभ को          “ विविधता मे  एकता ” का महोत्सव बताया। उन्होंने इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन को समानता और सद्भाव का संगम करार दिया और कहा कि यह भारत की उन परंपराओं को दर्शाता है जो पूरे देश को एकजुट करती हैं।

महा कुंभ: एकता का महापर्व

महा कुंभ, जो गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर आयोजित होता है, दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “समानता और सौहार्द का प्रतीक” बताया, जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जाति, वर्ग और सामाजिक स्थिति की परवाह किए बिना भाग लेते हैं।

प्रधानमंत्री का संदेश:

“कुंभ में न कोई भेदभाव है, न जातिवाद। अमीर और गरीब सभी संगम में पवित्र डुबकी लगाते हैं, भंडारों में साथ भोजन करते हैं, और प्रसाद ग्रहण करते हैं। यही कारण है कि कुंभ को एकता का महा कुंभ कहा जाता है।”

प्रधानमंत्री ने इस आयोजन को भारत की प्राचीन परंपराओं का प्रतीक बताया, जो सदियों से समान रूप से मनाई जाती रही हैं।

भारत के धार्मिक त्योहार: एक सांस्कृतिक धरोहर

प्रधानमंत्री ने महा कुंभ को देश के अन्य धार्मिक मेलों से जोड़ा और बताया कि कैसे ये आयोजन भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करते हैं:

उत्तर भारत के आयोजन:

  • कुंभ मेले हरिद्वार, उज्जैन, नासिक और प्रयागराज जैसे पवित्र स्थलों पर आयोजित किए जाते हैं।

दक्षिण भारत के उत्सव:

  • उन्होंने पुष्करम का उल्लेख किया, जो गोदावरी, कृष्णा, नर्मदा और कावेरी नदियों के तट पर मनाया जाता है।

गंगा सागर मेला:

  • पश्चिम बंगाल के गंगा सागर मेले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, “मकर संक्रांति के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु वहां स्नान करने पहुंचे। ये मेले हमारी सामाजिक एकता और सद्भाव को बढ़ाने वाले आयोजन हैं।

प्रधानमंत्री ने दक्षिण भारत के कई मंदिरों, जैसे कुंभकोणम, तिरुचरप्पल्ली, और तिरुक्कदयूर का भी उल्लेख किया, जो कुंभ परंपराओं से जुड़े हुए हैं।

महा कुंभ का महत्व

महा कुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता का उत्सव है।

प्रमुख विशेषताएं:

  1. लाखों श्रद्धालुओं की भागीदारी:
    भारत और दुनिया भर से लोग संगम पर डुबकी लगाने और पूजा-अर्चना में शामिल होने आते हैं।
  2. पवित्र स्नान:
    मान्यता है कि संगम में स्नान करने से पापों का नाश होता है और आत्मा शुद्ध होती है।
  3. भंडारे और प्रसाद:
    यहां भंडारों में सामूहिक भोजन और प्रसाद वितरण समानता और सद्भाव को बढ़ावा देता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परंपराएं “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को दर्शाती हैं।

वैज्ञानिक उपलब्धियों पर प्रधानमंत्री की प्रशंसा

महा कुंभ के साथ, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत अंतरिक्ष विज्ञान में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

अंतरिक्ष में भारतीय सफलता:

  1. उपग्रह डॉकिंग में सफलता:
    भारत चौथा देश बन गया है जिसने उपग्रह डॉकिंग तकनीक में सफलता पाई है।
  2. अंतरिक्ष में पौधे उगाने का प्रयास:
    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में काउपी (Cowpea) बीज उगाने का सफल प्रयोग किया है।

    “यह प्रेरणादायक प्रयोग है, जो भविष्य में अंतरिक्ष में सब्जियां उगाने का रास्ता खोलेगा।

महा कुंभ और वैज्ञानिक दृष्टिकोण: भारत की अनूठी पहचान

प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने भारत की सांस्कृतिक धरोहर और वैज्ञानिक प्रगति के बीच के सामंजस्य को रेखांकित किया।

मुख्य संदेश:

  • धार्मिक आयोजन जैसे महा कुंभ आध्यात्मिक एकता का प्रतीक हैं।
  • वैज्ञानिक उपलब्धियां भारत की भविष्यवादी दृष्टि को दर्शाती हैं।
  • भारत की शक्ति इसकी परंपराओं और प्रौद्योगिकी में निहित है।

महा कुंभ, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने “एकता का संगम” कहा, केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का उत्सव है। इस आयोजन से यह संदेश मिलता है कि भारतीय परंपराएं न केवल इतिहास का हिस्सा हैं, बल्कि आने वाले भविष्य के लिए प्रेरणा भी हैं।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

करीना कपूर के माता-पिता 37 साल बाद फिर साथ रहेंगे रणधीर कपूर और बबिता

बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी निजी...

क्या बबीता जी अब कभी नहीं लौटेंगी ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में? मुनमुन दत्ता ने खुद तोड़ी चुप्पी

भारत का सबसे लोकप्रिय कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (TMKOC) इन दिनों...

Ramayana: रणबीर कपूर और साई पल्लवी की ‘रामायण’ का टीज़र होगा 3 मिनट लंबा

रणबीर कपूर और साई पल्लवी स्टारर बहुप्रतीक्षित पौराणिक फिल्म 'रामायण' को लेकर फैंस के...

National Doctors Day 2025: जानें डॉक्टर्स डे की थीम, इतिहास और डॉक्टरों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका महत्व

हर वर्ष 1 जुलाई को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस...

More like this

National Doctors Day 2025: जानें डॉक्टर्स डे की थीम, इतिहास और डॉक्टरों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका महत्व

हर वर्ष 1 जुलाई को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस...

आज का राशिफल 1 जुलाई 2025: मकर से मीन तक को मिलेगा पारिवारिक सुख

1 जुलाई 2025, मंगलवार का दिन मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए...

बिहार के 11 जिलों में भारी बारिश, दक्षिण बिहार में ठनका और बिजली गिरने की चेतावनी

बिहारवासियों को मौसम को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि मौसम विभाग ने...

112 साल पहले बनी बॉलीवुड की पहली डबल रोल वाली फिल्म

बॉलीवुड को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में दादा साहब फाल्के का महत्वपूर्ण योगदान...

चीन का दावा: दलाई लामा के चयन का अधिकार केवल चीन के पास, यह परंपरा 1793 से चली आ रही है

चीन ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि दलाई लामा के चयन...

कल से लागू होगा नया नियम: तत्काल टिकट बुकिंग के लिए IRCTC अकाउंट को आधार से कैसे लिंक करें

IRCTC को आधार से लिंक कैसे करें: कल यानी 1 जुलाई 2025 से एक...

आज का राशिफल, 30 जून 2025: मकर, कुंभ और मीन राशियों के लिए राशिफल

30 जून 2025 का राशिफल मकर, कुंभ और मीन राशि के लोगों के लिए...

बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी

बिहार में सोमवार को मौसम काफी बदल सकता है। पटना में बादल छाए रहेंगे,...

सीतामढ़ी में भव्य मां जानकी मंदिर का निर्माण: अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर पुनौराधाम का विकास

सीतामढ़ी को एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में बदलने के लिए एक विशाल परियोजना...

बिहार चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग ने शुरू किया विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत, चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की...

पुरी रथ यात्रा के दौरान गुडिंचा मंदिर में भगदड़: तीन की मौत, 50 से अधिक घायल

पुरी, ओडिशा में रथ यात्रा के दौरान एक दुखद घटना घटी, जब गुडिंचा मंदिर...

आज का राशिफल: 29 जून 2025 – जानें किस राशि के लिए होगा शुभ और किसके लिए सामान्य

राशिफल का निर्धारण ग्रह-नक्षत्रों की चाल और उनकी स्थिति से किया जाता है। यह...

बिहार में मौसम का बदलाव: राज्य में भारी बारिश का अलर्ट

बिहार में मौसम में आज से बड़ा बदलाव होने की संभावना है। भारतीय मौसम...

पटना आ रहे बाबा बागेश्वर, गांधी मैदान में होगा सनातन महाकुंभ, लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना

बिहार की राजधानी पटना एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक आयोजन की तैयारी कर रही है। देशभर...

पटना में निकली पुरी जैसी भव्य रथ यात्रा, श्रद्धा और भक्ति में डूबा शहर

बिहार की राजधानी पटना ने आज एक बार फिर आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक एकता का...
Install App Google News WhatsApp